खटीमा उत्तराखण्ड
खबर उधम सिंह नगर के सीमांत खटीमा तहसील के अंतर्गत नगला बाजार से है जहां पर अंतर्राष्ट्रीय सीमा नेपाल भारत में बसे नगला बाजार में झोला था डॉक्टर बिना किसी डिग्री के चला रहे हैं क्लीनिक साथ ही क्लीनिक में मरीज को घरेलू बिस्तर पर लिटाकर चढ़ा रहे हैं ग्लूकोस की बोतल ,आपको बता दें की उधम सिंह नगर जिले में लगातार झोला छाप डॉक्टर बढ़ते ही जा रहे हैं यह झोला छाप डॉक्टर बाहरी राज्यों से आकर उत्तराखंड में बसे हुए हैं और उत्तराखंड में बस कर यह लोग इस प्रकार के अवैध काम कर रहे हैं और साथ ही आपको बता दें कि यह लोग नेपाल बॉर्डर पर बैठकर नशीली दवाइयों का व्यापार भी करते हैं और इस पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई भी किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा रही है हमारे द्वारा स्वास्थ्य विभाग में नागरिक चिकित्सालय खटीमा के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी पवन ठाकुर से जब बात की गई तो वह भी गोलमोल जवाब देते हुए नजर आए स्पष्ट कोई भी जवाब नहीं दिया गया उनके द्वारा बस यह कहा गया कि हमारे द्वारा इस पर कार्रवाई नहीं की जाती है हम ऊपर इसकी इनफॉरमेशन देते हैं और ऊपर से इस पर ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा कार्रवाई की जाती है अब मामला हमारे संज्ञान में आया है देखते हैं इस पर क्या कार्रवाई हो सकती है तो कहीं ना कहीं पूरी तरीके से गोलमोल जवाब देते हुए नजर आए तो इस पर कहीं ना कहीं एक स्वास्थ्य विभाग की भी बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है क्योंकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस प्रकार के झोला छाप डॉक्टरों के ऊपर कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है आपको एक बड़ी बात बता दें की परचून की दुकानों पर भी चलाए जा रहे हैं झोलाछाप डॉक्टर द्वारा क्लिनिक सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर मनुष्य के स्वास्थ्य के साथ इतना बड़ा खिलवाड़ किया जा रहा है इन झोला छाप डॉक्टरों की वजह से अगर किसी को जान माल का नुकसान हो गया तो आखिर इसका जिम्मेदार होगा कौन