पिथौरागढ़ उत्तराखंड
पिथौरागढ़ 👉खबर पिथौरागढ़ की सीमन धारीऐर, बेलतड़ी व क्वारवन से है जहां सड़क व पूल की मांग को लेकर पीडब्ल्यूडी व पीएमजीएसवाई के खिलाफ ग्रामीणों का तीसरे दिन भी धरना जारी रहा आपको बता दें कि ग्रामीणों द्वारा अनिश्चितकालीन धरने की सूचना संबंधित विभागों को धरने में बैठने से पूर्व ही दे दी गई थी लेकिन विभागीय अधिकारियों द्वारा फिर भी किसी भी प्रकार की कोई भी सुध नहीं ली गई व ग्रामीणों ने 15 सालों से निलंबित सड़क व 5 सालों से निलंबित पुल की मांग को लेकर आज तीसरे दिन भी धरना जारी रखा हुआ है आज ग्रामीणों के द्वारा उस सड़क पर चलने वाले सभी वाहनों को रोक कर वह यात्रियों को उतार कर धरने पर बैठा दिया गया है लेकिन धरने के तीसरे दिन भी अभी तक कोई भी अधिकारी ग्रामीणों के बीच जाकर बात करने को राजी नहीं है यह एक बड़ा सोचनीय विषय है कि इस वक्त पहाड़ों में लगातार बरसात हो रही है और ग्रामीण टूटी-फूटी जर्जर सड़क पर धरने पर बैठे हुए हैं अगर इस धरने के दौरान कोई अनहोनी हो जाती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा अभी तक कोई भी अधिकारी ग्रामीणों से वार्ता करने हेतु नहीं पहुंचा है यह एक बड़ा सोचनीय विषय है कि 15 सालों से पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा सड़क की सुध नहीं ली गई, जस की तस सड़क पड़ी रही क्या यह ठेकेदार व विभागीय अधिकारियों की मिली भगत से धन का दुरुपयोग किया जा रहा है यह इस कार्य पर प्रश्न चिन्ह लगता है वहीं आपको बता दें की पीएमजीएसवाई द्वारा 4 वर्षों में सड़क तो बना दी गई लेकिन सड़क को जोड़ने वाला मुख्य पुल नहीं बनाया गया क्या पीएमजीएसवाई द्वारा सड़क सिर्फ ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए बनाई गई या ग्रामीणों को सड़क का लाभ देने हेतु , ग्रामीणों को लाभ पहुंचाना होता तो कहीं ना कहीं मुख्य सड़क को जोड़ने वाला पुल भी बनाया गया होता लेकिन अभी तक पीएमजीएसवाई के कर्मचारी द्वारा ग्रामीणों की कोई सुध नहीं ली गई है अगर इस बरसात के समय सड़क पर धरने में बैठे ग्रामीणों के साथ कोई अनहोनी होती है तो आखिरकार उसकी जिम्मेदार होगा कौन होगा