पिथौरागढ़
तहसील तेजम के ग्राम पंचायत गुटी निवासी नारायण सिंह पुत्र गुमान सिंह रोज की तरह अपने दिनचर्या करते हुए अपनी बकरियों को जंगल ले गए 19 तारीख को जब वह रोज की तरह अपनी बकरियों को जंगल ले गए तो दोपहर तीन चार बजे के आसपास काफी तेज तूफान आ गया तूफान के कारण जंगल में पत्थर गिरने लगे उन पत्थरों से बचने के लिए वह आगे को बड़े तो तूफान ने उन्हें 50 मी नीचे गहरी खाई में धकेल दिया जहां पर वह ऐसे पेड़ पर अटके जहां जाना बहुत मुश्किल था रोज की तरह शाम को जब नारायण सिंह अपनी बकरियों को लेकर घर नहीं पहुंचे तो उनके घर वालों ने आस पड़ोस वालों को इसकी सूचना दी सारे गांव के लोग इन्हें ढूंढने के लिए जंगल की ओर गए रात्रि 9:00 बजे इनकी बकरियां गांव वालों को मिली तब उसी के आसपास जब देखा गया तो रात में गांव वालों को कुछ नहीं दिखाई दिया दूसरे दिन सुबह जब गांव वालों ने पुनः ढूंढना प्रारंभ किया तो गांव वालों को नारायण सिंह का शव काफी गहरी खाई में एक पेड़ पर अटका मिला ऐसी जगह पर गांव वालों का जाना नामुमकिन था तब उन्होंने नारायण सिंह के शव को निकालने के लिए प्रशासन से मदद मांगी प्रशासन ने एसडीआरएफ की टीम को भेजा बड़ी मशक्कत के बाद एसडीआरएफ की टीम ने नारायण सिंह के शव को निकाला स्थानीय पुलिस ने शव को निकलते ही अपने कब्जे में ले लिया और पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया नारायण सिंह अपने पीछे तीन बच्चों को छोड़ गए अपने परिवार के नारायण सिंह एकमात्र सहारा थे जो अब इस दुनिया को छोड़कर जा चुके हैं