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नैनीताल उत्तराखंड
रिपोर्ट। ललित जोशी।
नैनीताल। सरोवर नगरी नैनीताल में कुमाऊं की कुलदेवी मां नंदा-सुनंदा की मूर्तियों का नयना देवी मंदिर में मंदिर में ब्रह्म मुहूर्त में पूजा अर्चना कर श्रद्धालुओं के लिए दर्शन हेतु 15 सितंबर के सुबह तक रखा गया है।
उसके बाद माँ नन्दा सुनंदा का डोला नगर क्षेत्र में परिक्रमा करने के बाद ठंडी सड़क गोलज्यू मंदिर के पास विसर्जन किया जायेगा।
इस आशय की जानकारी मास्कमनुकेशन कर रहे शोधार्थी छात्र हर्षित जोशी दी।
उन्होंने बताया मां नंदा-सुनंदा को कुमाऊं में कुल देवी के रूप में पूजा जाता है।
चंद राजाओं के दौर में मां नंदा-सुनंदा को कुल देवी के रूप में चंद राजा पूजा करते थे।
और अब संपूर्ण कुमाऊं क्षेत्र के लोग मां नंदा-सुनंदा को कुल देवी के रूप में पूजते हैं।
ऐसा माना जाता है कि मां नंदा और सुनंदा साल में एक बार अपने मायके यानी कुमाऊं में आती हैं ।
अष्टमी के दिन कुमाऊं के विभिन्न स्थानों पर मां नंदा और सुनंदा की प्रतिमा तैयार कर प्राण प्रतिष्ठा के बाद दर्शन हेतु रखा जाता है।
मां नंदा-सुनंदा की हर रोज सुबह शाम पूजा अर्चना की जाती है। जबकि देर रात को देवी भोग लगाया जाता है।
इस दौरान हजारों की संख्या में सुबह से ही श्रद्धालुओं का मंदिर में तांता लगा हुआ है।