✍️✍️खटीमा ब्लॉक सभागार में क्षेत्र पंचायत सदस्यों की हुई अहम बैठक जिसमें कुछ लापरवाह जनप्रतिनिधि उपस्थित भी नहीं रहे, 7 जिला पंचायत सदस्यों में से मात्र दो जिला पंचायत सदस्य बैठक में उपस्थित रहे👉

✍️✍️खटीमा ब्लॉक सभागार में क्षेत्र पंचायत सदस्यों की हुई अहम बैठक जिसमें कुछ लापरवाह जनप्रतिनिधि उपस्थित भी नहीं रहे, 7 जिला पंचायत सदस्यों में से मात्र दो जिला पंचायत सदस्य बैठक में उपस्थित रहे👉

ख़बर शेयर कर सपोर्ट करें

खटीमा उत्तराखंड

खबर जनपद उधम सिंह नगर के खटीमा से है,जहां खटीमा विकासखंड के सभागार में आज क्षेत्र पंचायत सदस्यों की एक बैठक का आयोजन हुआ। जिसमें आम जन समस्याओं को विशेष कर सुना गया। जिसमें स्वास्थ्य विभाग, पीडब्ल्यूडी ,जल निगम, जल संस्थान ,के द्वारा कई जन समस्याएं सामने निकल कर आई हैं।जिसको लेकर सुशील मोहन डोवाल जिला विकास अधिकारी उधम सिंह नगर ने जांच के दिए निर्देश, जिसमे आम जनता की समस्याएं जल्द से जल्द दूर की जाए। वहीं आगे भी सभी सदस्यों को अपनी अपनी हर समस्या उठाने के लिए कहा। दूसरी तरफ रणजीत सिंह नामधारी ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा, रोड और ग्रामीण सड़कों को जल्दी दुरुस्त कराने को तथा जल जीवन मिशन के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर जल हर घर नल योजना के तहत जन प्रतिदिन में सबसे बड़ी समस्या बताई कहीं पर टंकी नहीं बनी है तो कहीं पर पानी का स्तर अच्छा नहीं है कहीं पर कनेक्शन पूरे नहीं दिए गए हैं इस मामले पर सबसे अत्यधिक विवाद रहा और जिला विकास अधिकारी द्वारा इन सभी समस्याओं को जल्द से जल्द निवारण करने के कार्यदाई संस्था को आदेशित किया गया है वहीं राजेश पटेल तथा जितेंद्र गौतम के साथ अन्य ग्राम प्रधानों ने भी समस्याओं को लेकर जम के शिकंजा कसा,संभव है कि खटीमा की आम जन समस्याओं का जल्द से जल्द निवारण हो सकेगा इस दौरान कुछ जनप्रतिनिधि ऐसे भी रहे कि जो लापरवाह नजर आए जैसे की 7 जिला पंचायत क्षेत्र खटीमा विकासखंड के अंतर्गत आते हैं उसमें से मात्र दो जिला पंचायत सदस्य ही उपस्थित रहे जिसमें चंदू मंडेला ने मुख्य भूमिका निभाई जिला पंचायत क्षेत्र चीनी की की जिला पंचायत सदस्य भागीरथी देवी भी उपस्थित नहीं रही आप समझ सकते हैं कि उनके जिला पंचायत क्षेत्र की समस्या आखिर कौन बताएगा ऐसे लापरवाह जनप्रतिनिधियों पर जनता ने दबाव बनाना चाहिए कि आखिर जनता का कार्य कौन करेगा इसी प्रकार कई सारे प्रधान भी उपस्थित नहीं रहे कुछ जनप्रतिनिधि तो ऐसे दिखाई पड़े की जिन्होंने वहां पर पहुंचकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और तत्पश्चात गायब हो गए यह अपने आप में एक बड़ा सवाल खड़ा होता है कि जनता जनप्रतिनिधियों को इसलिए चुनौती है कि वह क्षेत्र की समस्या को लेकर आगे तक जाएं और क्षेत्र की समस्या का समाधान हो लेकिन जो जनप्रतिनिधि बैठक में ही उपस्थित न रहते हो उन जनप्रतिनिधियों को हम सिर्फ लापरवाह जनप्रतिनिधि ही कह सकते हैं

खबर सबकी,खबर सचकी 💯🔥


ख़बर शेयर कर सपोर्ट करें
error: Content is protected !!