✍️✍️कोली ढेंक झील परिसर में किया गया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का शानदार पूर्वाभ्यास । ढाई सौ से अधिक साधकों ने प्रकृति की इस विधा का लिया आनंद ‌👉

✍️✍️कोली ढेंक झील परिसर में किया गया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का शानदार पूर्वाभ्यास । ढाई सौ से अधिक साधकों ने प्रकृति की इस विधा का लिया आनंद ‌👉

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लोहाघाट(चम्पावत) उत्तराखंड

लोहाघाट मे दसवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर जिले में साधकों का पूर्वाभ्यास का आज शानदार कार्यक्रम सफल एवं प्रेरणादायक रहा जिसका लाइव प्रसारण किया गया था। जिसे पूरे उत्तराखंड के लोगों ने देखा। कोली ढेंक झील में सुबह हवा की ठंडी बयारों एवं भगवान भास्कर की सुरम्य के साथ यहां योगाभ्यास का जीवंत प्रदर्शन किया गया। जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा विभाग के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में आईटीबीपी की 36वीं वाहिनीं के कमांडेंट के साथ हिमबीरो के अलावा योग साधकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। जिला आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डॉ आनंद सिंह ने आईटीबीपी के कमांडेंट, हिमबीरों के साथ सभी का स्वागत करते हुए कहा कि सृष्टि की रचना के साथ हमारे महान ऋषि मुनियों ने मानव को आजीवन आरोग्य प्रदान करने के लिए योग व प्राणायाम की ऐसी विधाएं दी है जिसमें व्यक्ति प्रकृति से अपना रिश्ता जोड़कर अपने को जीवनभर आरोग्य रख सकता है। उन्होंने विशेष सहयोग के लिए आइटीबीपी परिवार के प्रति विशेष धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में आइटीबीपी द्वारा पूर्ण सहयोग किया गया था। कमांडेंट डीपीएस रावत ने आत्मा का परमात्मा के साथ मिलन को ही योग बताते हुए कहा कि योग और प्राणायाम के जरिए जहां शरीर में नकारात्मक वृतियों काम, क्रोध, ईर्ष्या लोभ,मोह का भाव समाप्त होने से मानव में सकारात्मक एवं सृजनात्मक विचारों का स्वयं उदय होने लगता है। हम 24 घंटे में 21,600 बार सांस लेते हैं। यदि प्राणायाम के जरिए हमारी सांसें है कम होती रहती है तो इसी से हमें और दीर्घ जीवन मिलता है ।वरिष्ठ आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी एवं नोडल अधिकारी डॉ सुधाकर गंगवार के संचालन एवं डॉ प्रकाश बसेड़ा के निर्देशन में योगाचार्य विजय देऊपा, सोनिया आर्या, मनोज शर्मा ने योगिक क्रियाएं संपन्न कराई जिसमें शीर्षासन, चक्रासन, वज्रासन ,सुप्त वज्रासन, हलासन, शलभासन, भस्त्रिका, कपालभाति ,अनुलोम विलोम, भ्रामरी ,उदगीर आदि अनेक क्रियाएं कराई। डॉ बसेड़ा ने प्रत्येक क्रिया से मिलने वाले शारीरिक लाभों की विस्तार से जानकारी दी। पूर्वाभ्यास में हव्वा की चीफ पैट्रिक मनोरमा रावत, द्वितीय कमान अधिकारी, बी आर मीणा, डीसी संजय तिवारी, आर के बोहरा, सहायक सेनानी जगदीश प्रसाद, पंकज सिंह, मनोज रावत के अलावा डॉ गिरेंद्र सिंह चौहान, जनपदीय नोडल अधिकारी डॉ उमेश भारती, डॉ भास्कर मेंहदीरत्ता, डॉ दीपक पवार, डॉ सुभाष राणा के साथ अन्य कर्मचारियों ने भी पूर्वाभास में भाग लिया।


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